Monday, August 13, 2012

हमें आजादी चाहिये --


हमें आजादी चाहिये --

चाहिये, चाहिये, चाहिये,
हमें आजादी चाहिये,
तुम्हारे गम से, तुम्हारी खुशी से,
तुम्हारे ऐश से, तुम्हारे आराम से,
तुम्हारे भोग से, तुम्हारे उपभोग से,
तुम्हारे हुक्म से, तुम्हारे हुक्मउदूली से,
तुम्हारे न्याय से, तुम्हारे अन्याय से,
तुम्हारे शोषण से, तुम्हारी दया से,
तुम्हारी नीति से, तुम्हारी अनीति से,
तुम्हारे वादों से, तुम्हारे धोखों से,
तुम्हारे सपनों से, तुम्हारे कुचक्रों से,
चाहिये, चाहिये, चाहिये,
तुमसे आजादी चाहिये,
हमें आजादी चाहिये,
तुम्हारी हर बात से आजादी चाहिये,    

तुमसे, तुम्हारी छाया से,
तुमसे, तुम्हारी चाकरी से,
तुमसे, तुम्हारे प्रेम से,
तुमसे, तुम्हारी नफ़रत से,
चाहिये, चाहिये, चाहिये,
तुमसे आजादी चाहिये,
हमें आजादी चाहिये,
तुम्हारी हर बात से आजादी चाहिये,

तुम एक प्रतिशत भी नहीं,
हम निन्यानवे प्रतिशत हैं,
तुम वतनखोरों के चंगुल से,
मुल्क को आजादी चाहिये,
क्योंकि हम मुल्क हैं,k
है वतन मुल्क हमारा,
मुल्क को भी बेच कर मुनाफ़ा कमाने वालो,
दुनिया में नहीं कोई वतन तुम्हारा,
तुमसे चाहिये,
चाहिये, चाहिये, चाहिये,
तुमसे आजादी चाहिये,
हमें आजादी चाहिये,
तुम्हारी हर बात से आजादी चाहिये,  
हमें आजादी चाहिये,

अरुण कान्त शुक्ला
14 अगस्त, 2012  

No comments:

Post a Comment