दिल के दर्द की बात होती है
कुछ दिन भूखे रहकर गुजारिये ,
पता चलेगा मुफलिसों में भी जान होती है,
उजाले की बात करने वालो,
दियों से तो अमावस की कारी रात भी उजरी होती है,
पेट में रोटी न हो तो ,
दिन में भी रात होती है,
स्लम में रहकर देखिये ,
कैसे दिन में भी रात होती है,
अनुभव की बात हैं सभी,
सर झुकाकर देखने पर ही,
दिल के दर्द की बात होती है,
पता चलेगा मुफलिसों में भी जान होती है,
उजाले की बात करने वालो,
दियों से तो अमावस की कारी रात भी उजरी होती है,
पेट में रोटी न हो तो ,
दिन में भी रात होती है,
स्लम में रहकर देखिये ,
कैसे दिन में भी रात होती है,
अनुभव की बात हैं सभी,
सर झुकाकर देखने पर ही,
दिल के दर्द की बात होती है,
अरुण कान्त शुक्ला
२२नवम्बर , २०१६
२२नवम्बर , २०१६
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