Tuesday, January 29, 2019

हाशिये के आदमी पर कविता

हाशिये के आदमी पर कविता

कविता चौराहे पर देखी
कविता सड़क पर देखी
कविता मंच पर देखी 
कविता के नाम पर 
कवि को चुटकुले सुनाते भी देखा  

कविता हाशिये पर देखी
कविता हाशिये के आदमी पर भी देखी
कवि को हाशिये पर पड़े आदमी पर
कविताएँ सुना सुना कर वाह-वाही लूटते भी देखा

आज उसी कवि को
उन लोगों के साथ खड़ा भी देख लिया
जो जिम्मेदार हैं
आदमी के हाशिये पर पड़ा होने के लिए|

अरुण कान्त शुक्ला

29/1/2019

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