हाशिये के आदमी पर कविता
कविता चौराहे पर देखी
कविता सड़क पर देखी
कविता मंच पर देखी
कविता के नाम पर
कवि को चुटकुले सुनाते भी देखा
कविता हाशिये पर देखी
कविता हाशिये के आदमी पर भी देखी
कवि को हाशिये पर पड़े आदमी पर
कविताएँ सुना सुना कर वाह-वाही
लूटते भी देखा
आज उसी कवि को
उन लोगों के साथ खड़ा भी देख लिया
जो जिम्मेदार हैं
आदमी के हाशिये पर पड़ा होने के
लिए|
अरुण कान्त शुक्ला
29/1/2019
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