Thursday, October 12, 2017

ईश्वर भी अब मालिक हो गया है

ईश्वर भी अब मालिक हो गया है  

पत्थर के देवता अब जमाने को रास नहीं आते
संगमरमर के गढ़े भगवान हैं अब पूजे जाते,

ईश्वर किसी मालिक से कम नहीं   
मुश्किल है उसका मिलना रास्ते में आते जाते,

भक्त को नहीं जरूरत कभी मंदिर जाने की
भगवान उसके तो उसके साथ ही हैं उठते, बैठते, खाते,

मंदिर के भगवान से बेहतर तो राह के पत्थर हैं
राही को ठोकर मारकर हैं चेताते,

राह के पत्थरों को ध्यान से देखते चलना
राह भूलने पर ये ही हैं रास्ता बताते,

जाने कैसे लोग हैं वो जिनके दिल पत्थर के हैं
हम तो दिल पर पत्थर रखकर जीवन हैं बिताते,


अरुण कान्त शुक्ला, 12/10/2017     

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