Wednesday, November 23, 2016

दिल के दर्द की बात होती है

दिल के दर्द की बात होती है

कुछ दिन भूखे रहकर गुजारिये , 
पता चलेगा मुफलिसों में भी जान होती है, 
उजाले की बात करने वालो, 
दियों से तो अमावस की कारी रात भी उजरी होती है, 
पेट में रोटी न हो तो , 
दिन में भी रात होती है, 
स्लम में रहकर देखिये , 
कैसे दिन में भी रात होती है,
अनुभव की बात हैं सभी, 
सर झुकाकर देखने पर ही, 
दिल के दर्द की बात होती है,


अरुण कान्त शुक्ला 
२२नवम्बर , २०१६

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